सरकार सुरक्षा दें... क्योंकि घर में बेटियां हैं."

सरकार सुरक्षा दें... क्योंकि घर में बेटियां हैं."


" महिला सुरक्षा एक ऐसा मुद्दा है जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी यूपी की पूर्ववर्ती सरकार पर जमकर हमला बोलती रहती थी लेकिन अपराध और अपराधियों पर तमाम तरह के अंकुश की कोशिशों और दावों के बावजूद, अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं.


योगी सरकार में थम नही रह बलात्कारीयो का आतंक
प्रयागराज में लड़की के साथ गेंग रेप , सरकार व पुलिस नही कर रही कोई भी कार्यवाही
डॉ बबिता शुक्ला जी ( बस्ती ज़िला ) उ प्र कर रही सरकार से कार्यवाही की गुहार लेकिन योगी सरकार मौन !" alt="" aria-hidden="true" />


नयी दिल्ली । समाज सेवी बबिता शुक्ल नें उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के शन्दर्भ में अपनी प्रतिक्रियां देते हुए कहा समाज में बहुत सारी बुराइयां हैं, बहुत सारी समस्याएं भी हैं, जिनसे महिलाओं को हर रोज दो चार होना पड़ता है।   "भाजपा राज में यूपी अपराध प्रदेश बनता जा रहा है. भाजपा ने देश ही नहीं दुनिया में प्रदेश की बदनामी करा दी है. राज्य सरकार महिला सुरक्षा पर नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रही है. न तो प्रदेश से अपराधी बाहर गए हैं और न ही जेल जाने का उन्हें कोई भय है.” बच्चियों और महिलाओं पर हो रहे अपराध के बाद एंटी रोमियो स्क्वैड भी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध रोकने के लिए एंटी रोमियो स्क्वैड का गठन किया था, लेकिन इनकी भूमिका पर शुरू से ही सवाल उठते रहे और फिर देखते ही देखते ये लगभग निष्क्रिय हो गए.


उन्होने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बारे में उच्चस्तरीय बैठकें करके अधिकारियों पर शिकंजा कसा है. राज्य में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादले भी हुए हैं. बावजूद इसके हर दिन कोई न कोई गंभीर वारदात होने से नहीं रुक रही है. अलीगढ़ के टप्पल कस्बे में ढाई साल की मासूम की नृशंस हत्या, कुशीनगर में किशोरी से गैंगरेप, कानपुर मदरसे में छात्रा से दुष्कर्म, हमीरपुर और जालौन में मासूम लड़कियों की रेप के बाद हत्या जैसे संगीन अपराधों से राज्य की महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं. यही नहीं, पुलिसकर्मियों पर हमले, लूट, हत्या और डकैती जैसे अपराधों में अचानक बढ़ोत्तरी से योगी सरकार के बार-बार किए जा रहे उन दावों की भी पोल खुल गई है कि "अपराधी डर कर या तो राज्य से बाहर चले गए हैं या फिर जमानत रद्द कराकर जेल में बंद हैं."


उन्होने कहा यूपी के कई इलाकों में पोस्टर लगाकर लोग सरकार से बेटियों को सुरक्षा देने की अपील कर रहे हैं. यहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी लोगों ने अपने घरों के बाहर पोस्टर लगाए हैं जिन पर लिखा है- "सरकार सुरक्षा दें... क्योंकि घर में बेटियां हैं." महिला सुरक्षा एक ऐसा मुद्दा है जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी यूपी की पूर्ववर्ती सरकार पर जमकर हमला बोलती रहती थी लेकिन अपराध और अपराधियों पर तमाम तरह के अंकुश की कोशिशों और दावों के बावजूद, अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं. बड़ी संख्या में अपराधियों के एनकाउंटर को लेकर सरकार को कठघरे में भी खड़ा किया गया लेकिन वो इसे जायज ही ठहराती रही है. अब सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर एनकाउंटरों का डर दिखाकर भी सरकार अपराधियों में खौफ पैदा नहीं करने पा रही है और अपराध होने से नहीं रोक पा रही है. प्रदेश की कानून व्यवस्था पर यूपी के डीजीपी  का कहना है, "बच्चियों के खिलाफ अपराध बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी. पुलिस पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है और इन मामलों में अभियुक्तों को गिरफ्तार कर साक्ष्य इकट्ठा कर लिए गए हैं.”


उन्होने कहा हालांकि राज्य सरकार और भारतीय जनता पार्टी की निगाह में राज्य में सब कुछ ठीक-ठाक है, , "प्रदेश की कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है. अपराध पर पूरा नियंत्रण है. व्यक्तिगत रंजिश व विकृत मानसिकता के मामले में कभी-कभी दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट जा रही हैं जिसे देखने का नजरिया यह है कि इस पर सरकार कार्यवाही क्या करती है. इसके पहले की सरकारें ऐसी घटनाओं पर अपना वोट बैंक या अपना पराया देखती थीं जबकि योगी आदित्यनाथ की सरकार में कानून व्यवस्था सबके लिए बराबर है.”